ABN : कोरोना वायरस संक्रमण और देशव्यापी लॉकडाउन की लगातार बढ़ती अवधि की सबसे बड़ी मार देश के आइसक्रीम उद्योग पर पड़ती दिखाई दे रही है। गौरतलब है कि आइसक्रीम उद्योग मुख्यतः सिर्फ 3 माह का कारोबार होता है जिसके लिए कारोबारियों को 9 माह तक का इंतजार करना पड़ता है। पर लगातार बढ़ते लॉकडाउन से कारोबारी बेहद निराश हैं क्योंकि आधे से ज्यादा गर्मी का सीजन लॉकडाउन में ही गुजर गया है। एक अनुमान के मुताबिक मौजूदा स्थिति के चलते आइसक्रीम कारोबार को मोटे तौर पर 4 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा का नुकसान होगा।आइसक्रीम उद्योग की शीर्ष कंपनियों अमूल, हिन्दुस्तान यूनीलिवर, वाडीलाल, हेवमोर और मदर डेयरी के लिए अप्रैल से जून की अवधि में वार्षिक रेवेन्यू का करीब 45 प्रतिशत टारगेट पूरा हो जाता है। पर अब सीजन का अधिकांश समय बीत चुका है, ऐसे में आइसक्रीम उद्योग को बड़ा झटका लगा है। इन शीर्ष कंपनियों के मुताबिक नुकसान का ये आंकड़ा 4 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा का है। #SHARE #COMMENT#AmbalaBreakingNews
जनता का विश्वाश है कि उन के काम तो विज ही करवा सकता है, ये दरबार फिर से शुरू होना चाहिए जिस से दरबार में आने वालों को हर सुविधा हो , अब तो उन्हे मजबूरन धूप में, बारिश में लाइन लगा कर घंटो खड़े रहना पड़ता है।