
ABN : आगरा में पर्यटन उद्योग से जुड़े लोगों ने 6 जुलाई से आगंतुकों के लिए ताजमहल और अन्य एएसआई संरक्षित स्मारकों को फिर से खोलने के केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय के फैसले का स्वागत किया है। जहां पर्यटन उद्योग ने तैयारी शुरू कर दी है, वहीं कुछ लोगों ने इस पर संदेह जताया है और कुछ स्वास्थ्य कर्मियों ने हैरानी जताई है कि यह फैसला थोड़ा जल्दी ले लिया गया है क्योंकि कोविड-19 संक्रमण के प्रसार को अभी तक प्रभावी रूप से नहीं रोका जा सका है।केंद्रीय संस्कृति मंत्री प्रह्लाद सिंह ट्वीट किया कि एएसआई स्मारकों को आवश्यक सावधानी और पूर्ण सुरक्षा उपायों के साथ खोला जा सकता है।
एएसआई अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि एसओपी में सूचीबद्ध प्रतिबंधों के साथ प्रवेश की अनुमति दी जाएगी, जिसका पर्यटकों को कड़ाई से पालन करने की जरूरत होगी। कोरोना से बुरी तरह प्रभावित पर्यटन को रफ्तार देने के लिए स्थानीय होटल व्यवसायियों ने आगरा के लिए उड़ानें फिर से शुरू करने, अंतर्राष्ट्रीय उड़ानें शुरू करने और आगरा को देश के महत्वपूर्ण स्थलों से जोड़ने की मांग की है। पर्यटक सीजन आम तौर पर सितंबर के अंतिम सप्ताह में शुरू होता है।
फिलहाल सभी बड़े होटल रखरखाव और मरम्मत कार्य करा रहे हैं। अंतर्राष्ट्रीय आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए स्वच्छता मानकों को उन्नत करने पर जोर दिया जा रहा है। पर्यटन उद्योग से जुड़े अखिलेश दुबे ने कहा, "यह जोखिम भरा नहीं होगा, बशर्ते वे एसओपी फ्रेम कर दें, आगंतुकों की संख्या तय कर दें। हवाईअड्डे, मॉल, होटल फिर से खोल सकते हैं तो स्मारक क्यों नहीं । आगरा घरेलू आगंतुकों के लिए एक पसंदीदा वीकेंड डेस्टिनेशन बना हुआ है। लोग टैक्सियों और निजी कारों से आगरा आते हैं। फिर से खोलने से हितधारकों के बीच विश्वास पैदा होगा और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। एफिल टॉवर भी 25 जून से फिर से खुल गया है।"
सालाना 70 लाख से अधिक पर्यटक ताजमहल का दीदार करते हैं। 15 वर्ष से कम उम्र के बच्चों के लिए प्रवेश निशुल्क है। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ने प्रतिदिन केवल 5,000 आगंतुकों को ताजमहल देखने की अनुमति दी है। सुबह की पाली में 2,500 और दोपहर के भोजन के बाद 2,500 को ताजमहल देखने देने का निर्णय लिया है। चेहरा ढंकना और सामाजिक दूरी बरतना अनिवार्य होगा। समूह में तस्वीरें लेने की अनुमति नहीं होगी। कन्टेनमेंट जोन में स्मारक बंद रहेंगे। #SHARE #COMMENT#AmbalaBreakingNews
जनता का विश्वाश है कि उन के काम तो विज ही करवा सकता है, ये दरबार फिर से शुरू होना चाहिए जिस से दरबार में आने वालों को हर सुविधा हो , अब तो उन्हे मजबूरन धूप में, बारिश में लाइन लगा कर घंटो खड़े रहना पड़ता है।