
ABN : देश का पहला ऐसा स्कूल देखने में आया है, जहां विद्यार्थियों के लिए कोरोना संक्रमण रोधी आधुनिक सेटअल लगाया गया है। निकट भविष्य में कोरोना महामारी खत्म नहीं होने की आशंका के चलते स्कूलों को वायरस रोधी सैटअप से लैस किया जाने लगा है। हरियाणा का सोनीपत जिला इस मामले में सबसे आगे निकल गया है।यहां के एक निजी स्कूल में विद्यार्थियों की सुरक्षा के लिए बेहद आधुनिक सैटअप लगाया गया है। खास बात यह है कि इस सैटअप में चाइनीज प्रोडक्ट्स को दरकिनार करते हुए देसी व मित्र देशों के प्रोडक्ट्स इस्तेमाल किए गए हैं। स्कूल के प्रवेश द्वार पर ही डिजिटल टर्न स्टाइल गेट बनाए गए हैं। ये गेट केवल स्वस्थ विद्यार्थी का ही स्कूल में प्रवेश होने देंगे। इस तरह का यह देश में पहला सैटअप है। माना जा रहा है कि इससे सीख लेकर दूसरे स्कूल भी इस प्रणाली को अपना सकते हैं। कोविड-19 सुरक्षित परिसर का उद्घाटन 29 अगस्त को केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल बतौर मुख्यातिथि करेंगे। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि हरियाणा सरकार के शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर होंगे।स्कूल के प्रवेश द्वार पर भीतर जाने के लिए टर्न स्टाइल डिजिटल गेट (घूमने वाले दरवाजे) लगाए गए हैं, जिनमें प्रवेश करते ही विद्यार्थी का फोटो वहां लगी एलईडी. पर आ जाएगा और उसका तापमान प्रदर्शित होने लगेगा। यदि विद्यार्थी का तापमान ज्यादा है तो सायरन बजेगा और गेट नहीं खुलेगा। ऐसे में विद्यार्थी को वापस जाना होगा। वहीं हर 100 मीटर पर सैनिटाइजर मशीनें लगाई गई हैं, जो पदचालित हैं। कक्षाओं में ऐसे प्रकाश पुंज लगाए गए हैं, जो वहां मौजूद विषाणुओं व कीटाणुओं को नष्ट कर देंगे। स्कूल के चेयरमैन आशीष आर्य ने बताया कि परिसर में मुख्य प्रवेश द्वारों पर थर्मल स्कैनर व टैब्स भी लगे हैं। जगह-जगह पर हैंड सैनिटाइजर, हैंड्स फ्री वाश बेसिन लगाए गए हैं। स्कूल की प्रधानाचार्या आशा गोयल ने बताया कि कक्षाओं में सोशल डिस्टैंसिंग बनाए रखने के लिए फर्नीचर में परिवर्तन किए गए हैं एवं यूवीसी लैंप लगाए गए हैं, जो रात को कमरों को कीटाणु रहित करने में कार्यात्मक होंगे। स्कूल बसों में भी यूवीसी. लाइट स्ट्रिप लगाई गई हैं। पानी के नल पद संचालित कर दिए गए हैं एवं सभी कक्षाओं के दरवाजों पर पैरों से खोलने के लिए पैडल लगाए गए हैं।#SHARE#COMMENT#AmbalaBreakingNews
जनता का विश्वाश है कि उन के काम तो विज ही करवा सकता है, ये दरबार फिर से शुरू होना चाहिए जिस से दरबार में आने वालों को हर सुविधा हो , अब तो उन्हे मजबूरन धूप में, बारिश में लाइन लगा कर घंटो खड़े रहना पड़ता है।