
ABN : हरियाणा में अब विदेश से आने वाले हरियाणवी 48 घंटे पहले की अपनी कोरोना निगेटिव रिपोर्ट प्रस्तुत कर देते हैं तो हरियाणा स्वास्थ्य विभाग उन्हें अधिक दिनों तक के लिए क्वारंटीन नहीं करेगा। इस संदर्भ में केंद्र सरकार की गाइड लाइंस को हरियाणा सरकार ने लागू कर दिया है इसके साथ-साथ हरियाणा के मुख्यमंत्री ने सभी जिलों में कोरोना टेस्ट लैब खोलने की तैयारी करने के निर्देश दिए।मुख्यमंत्री मनोहर लाल वीरवार को आपदा प्रबंधन ग्रुप की बैठक में प्रदेश में कोरोना वायरस की स्थिति पर हालातों की समीक्षा कर रहे थे। इस दौरान सीएम ने कोरोना से ठीक हुए लोगों से अपील की है कि वे इस महामारी से लड़ने को आमजन को प्रेरित करने के लिए आगे आएं। इस बात का संदेश दें कि इस बीमारी से डरने की बजाय, सावधानी बरतने की ज्यादा आवश्यकता है। मुख्यमंत्री ने ठीक हुए लोगों से प्लाज्मा डोनेट करने की अपील भी की। बैठक में विभागों के अधिकारियों ने सीएम को जानकारी देते हुए कहा कि प्रदेश के सभी नागरिक अस्पतालों में कोरोना टेस्ट की निशुल्क सुविधा उपलब्ध है। वहां भी लोगों को टेस्ट के लिए आना चाहिए। सैंपल देने के लिए टोल फ्री नंबर 108 तथा 1075 पर भी संपर्क करने उपरांत मोबाइल वैन से भी नमूने एकत्रित किए जा रहे हैं। ठीक हुए लोगों को प्लाज्मा डोनेट करने के लिए एसएमएस भेजे जा रहे हैं। अब तक 338 लोगों ने प्लाज्मा डोनेट करने की सहमति व्यक्त की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे लोगों को अलग से पत्र भी भेजे जाएं। बैठक में मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि अनलॉक-3 में लोगों को मास्क पहनने के लिए प्रेरित करने का विशेष अभियान चलाया जा रहा है। यातायात चौराहों व शहरी स्थानीय निकाय विभाग के वाहनों तथा 900 से अधिक सार्वजनिक स्थलों पर होर्डिंग्ज़ लगाकर मास्क व गमछा पहनने तथा सोशल डिस्टेसिंग का पालन करने की जानकारी दी जा रही है। स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव राजीव अरोड़ा ने मुख्यमंत्री को अवगत करवाया कि गुरुग्राम, फरीदाबाद, सोनीपत व रेवाड़ी जिलों को छोडकऱ, अन्य जिलों में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की स्थिति नियंत्रण में है। उन्होंने बताया कि ‘आपरेशन वंदे भारत’ के तहत विदेशों से लौट रहे लोगों को अब सात दिन संस्थागत क्वारंटीन रखने की आवश्यकता नहीं होगी, क्योंकि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने अनलॉक-3 की नई हिदायतें जारी की हैं। अब विदेश से लौटने वाला व्यक्ति अपनी यात्रा से 48 घंटे पहले का कोरोना निगेटिव का मेडिकल प्रमाणपत्र देता है, तो उसे क्वारंटीन रखने की आवश्यकता नहीं होगी। उसे सिर्फ एहतियातन 96 घंटे तक होम क्वारंटीन में रहना होगा। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रत्येक जिले में कम से कम एक कोरोना टेस्टिंग लैब खोली जानी चाहिए। जहां पर ऐंटीजेन टेस्टिंग की बजाय आरटीपीसीआर प्रणाली से टेस्टिंग की सुविधा हो। इस पर चिकित्सा शिक्षा अनुसंधान विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव आलोक निगम ने बताया कि वर्तमान में कोरोना टेस्टिंग लैब की संख्या प्रदेश में 16 है, जिनमें 11 सरकारी व पांच लैब प्राइवेट अस्पतालों में हैं। जबकि 10 और खोली जा रही हैं। गुरुग्राम व फरीदाबाद की ईएसआई लैब में टेली-आईसीयू बैड्स की सुविधा भी उपलब्ध करवाई गई है। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिन मरीजों को कोरोना के बाद या पॉजिटिव के बाद ठीक होने उपरांत दोबारा टेस्टिंग के लिए आना होता है, तो उनको घर से लाने ले जाने के लिए मुफ्त एम्बुलेंस सुविधा प्रदान की जाए।#SHARE#COMMENT#AmbalaBreakingNews
जनता का विश्वाश है कि उन के काम तो विज ही करवा सकता है, ये दरबार फिर से शुरू होना चाहिए जिस से दरबार में आने वालों को हर सुविधा हो , अब तो उन्हे मजबूरन धूप में, बारिश में लाइन लगा कर घंटो खड़े रहना पड़ता है।