
बिजली संकट से निपटने में राज्य सरकार पूरी तरह फेल, जनता में मचा है हाहाकार - रोहित जैन - भीषण गर्मी में जनता हुई बेहाल, शहरी व ग्रामीण एरिया में 9 से दस घंटे लग रहे हैं कट, किसान व कारोबारी भी बिजली की वजह से आर्थिक संकट में फंसे अंबाला। बिजली संकट को लेकर प्रदेश में हाहाकार मची हुई है। इसके लिए कांग्रेस ने सीधेतौर पर केंद्र व प्रदेश सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कोषाध्यक्ष एडवोकेट रोहित जैन ने कहा कि भीषण गर्मी में अघोषित बिजली कटों ने जनता को रूला दिया है। राज्य सरकार की ओर से इन कटों को रोकने के लिए कोई व्यवस्था नहीं है। राज्य के थर्मल प्लांट पहले ही कोयले की कमी के कारण बंद होने के कगार पर हैं। उन्होंने कहा कि बिजली संकट से निपटने में राज्य सरकार पूरी तरह से फेल हो चुकी है। अब प्रदेश की जनता रामभरोसे है। आने वाले दिनों में जनता को ऐसी ही भीषण स्थिति का सामना करना पड़ेगा। शहरी व ग्रामीण एरिया में स्थिति ज्यादा गंभीर एडवोकेट जैन ने कहा कि अघोषित बिजली कटों की वजह से शहरी व ग्रामीण एरिया में स्थिति बेहद खराब है। इसी तरह इंडस्ट्रियल जोन भी कटों की मार से त्रस्त है। रोज दिन में नौ से दस घंटे बिजली कट लग रहे हैं। इसकी वजह से जनता बेहाल है। ग्रामीण एरिया में तो सुबह से शाम तक बिजली ठप रहती है। यहां स्थिति बेहद गंभीर है। यहां न केवल ग्रामीण परेशान हैं बल्कि बिजली कटों की वजह से किसान भी मुसीबत में है। उनकी फसलें पानी न मिलने की वजह सूखने के कगार पर हैं। जैन ने कहा कि गेहूं की कम आवक से किसान पहले ही आर्थिक संकट से जूझ रहा है अब बिजली संकट ने उसकी मुश्किलें बढ़ा दी हैं। कटों की वजह से इंडस्ट्री पर भी मार बिजली संकट से न केवल जनता जूझ रही है बल्कि व्यापारी भी परेशान हैं। एडवोकेट रोहित जैन ने कहा कि देश की सबसे बड़ी कपड़ा मार्केट में से एक होलसेल क्लॉथ मार्केट में भी बिजली संकट की वजह से कारोबारी संकट में है। गर्मी की वजह से ग्राहक नहीं आ रहे हैं। क्योंकि दिन भर बिजली नहीं आती इसलिए ग्राहक ज्यादा देर तक दुकान में नहीं बैठ पाते। सभी छोटी बड़ी इंडस्ट्री में भी संकट का असर साफ देखा जा रहा है। कारोबारियों का आरोप है कि पहले कोरोना ने उनकी कमर तोड़कर रख दी अब बिजली संकट उनका उनका दुश्मन बन गया है। जैन ने कहा कि बिजली संकट से निपटने में सरकार पूरी तरह से फेल हो चुकी है।