
ABN : मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में विदेश मंत्री का कार्यभार संभालने वाली भाजपा की वरिष्ठ नेता सुषमा स्वराज को आज पूरा देश पहली पुण्यतिथि पर याद कर रहा है। उनके पति स्वराज कौशल और बेटी बांसुरी स्वराज ने उन्हें याद करते हुए ट्विटर पर भावुक संदेश लिखे। वहीं उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सैयद अकबरुद्दीन ने भी उन्हें याद किया।
उप राष्ट्रपति नायडू ने लिखा, 'मैं अभी भी इस तथ्य को मानने में असमर्थ हूं कि उन्हें स्वर्ग गए एक साल का समय बीत गया है। वह मेरी प्रिय बहन थी, जो हर रक्षा बंधन पर मुझे राखी बांधने के लिए हमारे घर आती थी। सुषमा जी की भाषा और भाषणों के हम सभी मुरीद रहे। भाषा की शुद्धता, शब्दों का चयन, विचारों में निष्ठा, अकाट्य तर्क और तथ्य, उनको एक लोकप्रिय वक्ता बना देते थे।'
उन्होंने आगे कहा, 'सुषमा जी की हिंदी सुनने और सभी के समझने लायक होती थी। उनके शब्दों का चयन प्रायः शुद्ध होता था फिर भी उनका भाषण इतना सहज और सरल लगता था कि श्रोता मंत्र मुग्ध हो कर सुनते थे। संस्कृत के प्रति उनका विशेष आग्रह होता, वे अपनी शपथ संस्कृत में ही लेती थी। हरियाणा की निवासी होने की वजह से हरियाणवी हिंदी पर उनका अधिकार होना तो स्वाभाविक था, लेकिन कर्नाटक में चुनाव लड़ते समय कन्नड़ भाषा में उनके धारा प्रवाह भाषण उनको सचमुच बहु भाषा भाषी बनाते थे।'
प्रधानमंत्री मोदी ने दिवंगत केंद्रीय मंत्री को याद करते हुए लिखा, 'सुषमा जी को उनकी पहली पुण्यतिथि पर याद कर रहा हूं। उनके असामयिक और दुर्भाग्यपूर्ण निधन से कई लोग दुखी हुए हैं। उन्होंने निस्वार्थ भाव से भारत की सेवा की और वे विश्व मंच पर भारत के लिए एक मुखर आवाज थीं। #SHARE#COMMENT#AmbalaBreakingNews
जनता का विश्वाश है कि उन के काम तो विज ही करवा सकता है, ये दरबार फिर से शुरू होना चाहिए जिस से दरबार में आने वालों को हर सुविधा हो , अब तो उन्हे मजबूरन धूप में, बारिश में लाइन लगा कर घंटो खड़े रहना पड़ता है।