
ABN : ज्वाइंट एंट्रेंस एग्जामिनेश, जेईई और नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट, नीट परीक्षा की घोषणा के बाद से ही देश भर में इस पर बहस छिड़ गई है। जहां एक तरफ दलील दी जा रही है कि कोरोना महामारी के बीच परीक्षा करवाने पर छात्रों के स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव पड़ेगा, वहीं सरकार का कहना है कि परीक्षा को टाला नहीं जा सकता है।हाल ही में एमसीआई ने भी कहा कि परीक्षा को टाला नहीं जा सकता क्योंकि इससे पूरे साल का शिड्यूल बिगड़ जाएगा। इसके लिए छात्रों ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था लेकिन लेकिन कोर्ट ने भी परीक्षा को भी रद्द करने से भी मना कर दिया था। हालांकि, अब यह मामला तूल पकड़ रहा है और तमाम सियासी हस्तियां भी इसमें जुड़ गई हैं।
सीबीएसई और आईसीएसई की परीक्षा टाले जाने के साथ ही इस बात की मांग उठने लगी थी कि जेईई और नीट परीक्षा को टाल दिया जाए।इसके पहले नेशनल टेस्टिंग एजेंसी, एनटीए पहले परीक्षा की तारीख को स्थगित कर चुकी है। छात्रों का तर्क है कि जब देश में कोरोना के कुछ हज़ार मामले थे तो देश में लॉकडाउन लागू किया गया और परीक्षा को टाल दिया गया था लेकिन अब जबकि देश में लाखों मामले सामने आ चुके हैं तो सरकार परीक्षा करवाना चाह रही है।
कई पैरेंट्स परीक्षा का विरोध कर रहे हैं। उनका मानना है कि इससे बच्चों के स्वास्थ्य को नुकसान पहुंच सकता है। लेकिन साथ ही कुछ पैरेंट्स ऐसे भी हैं जिनका कहना है कि परीक्षा निश्चित समय पर हो जानी चाहिए क्योंकि पैरेंट्स का मानना है कि मेडिकल एडमिशन का एक समय होता है इसमें देरी करना ठीक नहीं है। परीक्षा रोके जाने से प्रवेश प्रक्रिया में देरी होगी।असम-बिहार के इलाकों के कुछ छात्र बाढ़ की वजह से भी चिंतित हैं उनका कहना है कि ऐसी स्थिति में 100-200 किलोमीटर परीक्षा देने जाना संभव नहीं हो सकेगा।
राजनीतिक हस्तियों ने भी की परीक्षा टालने की मांग: छात्रों के साथ कई राजनीतिक हस्तियों ने भी परीक्षा को टालने की मांग की है। इसमें राहुल गांधी से लेकर असदुद्दीन ओवैसी तक शामिल हैं। इनका कहना है कि सरकार को छात्रों की समस्या पर विचार करना चाहिए। हालांकि, यह बात भी दीगर है कि सुप्रीम कोर्ट ने भी परीक्षा को टालने की बात को स्वीकार नहीं किया है तो सरकार पर सारे आरोप लगाना उचित नहीं प्रतीत होता है। नीट और जेईई की परीक्षा एनटीए द्वारा इंजीनियरिंग कॉलेजों और पूरे देश में मेडिकल कॉलेजों में एडमिशन के लिए करवाया जाता है#SHARE#COMMENT#AmbalaBreakingNews
जनता का विश्वाश है कि उन के काम तो विज ही करवा सकता है, ये दरबार फिर से शुरू होना चाहिए जिस से दरबार में आने वालों को हर सुविधा हो , अब तो उन्हे मजबूरन धूप में, बारिश में लाइन लगा कर घंटो खड़े रहना पड़ता है।