
ABN : यूपीएससी राष्ट्रीय रक्षा अकादमी और नौसेना अकादमी प्रतियोगी परीक्षाओं के आयोजित होने पर रेलवे ने परीक्षा स्पेशल ट्रेनें चलाने का फैसला किया है। पांच सितंबर को पठानकोट-चंडीगढ़, दिल्ली-चंडीगढ़, गुरदासपुर-चंडीगढ़, फरीदकोट-चंडीगढ़, फाजिल्का-चंडीगढ़, भिवानी-चंडीगढ़, सिरसा-चंडीगढ़ के बीच विशेष ट्रेनों का संचालन किया जाएगा। इन ट्रेनों का संचालन 5 और 6 सितंबर को दोनों ओर से किया जाएगा।एक ट्रेन पांच सितंबर को पठानकोट से रात 11 बजे चलकर सुबह 4:45 बजे चंडीगढ़ पहुंचेगी। यह जालंधर कैंट, लुधियाना व मोहाली होते हुए आएगी। यही ट्रेन 6 सितंबर को चंडीगढ़ से रात 11 बजे रवाना होकर अगले दिन सुबह 4:45 बजे पठानकोट आएगी। वहीं दूसरी ट्रेन दिल्ली से रात को 11:30 बजे चलेगी और अगले दिन सुबह 4:15 बजे 6 सितंबर को चंडीगढ़ पहुंचेगी। यह ट्रेन सोनीपत, पानीपत, कुरुक्षेत्र, अंबाला होते हुए चंडीगढ़ आएगी। वहीं वापसी में उसी दिन रात साढ़े 11 बजे चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन से दिल्ली के लिए रवाना होगी। जबकि गुरदासपुर से चंडीगढ़ के लिए रात 10 बजे निकलेगी और 6 सितंबर को चंडीगढ़ सुबह 5:15 बजे पहुंचेगी। यह ट्रेन अमृतसर, जालंधर सिटी, लुधियाना, मोहाली होते हुए आएगी। इसी दिन वापसी में रात 10 बजे चंडीगढ़ से गुरदासपुर के लिए रवाना होगी और अगले दिन सुबह साढ़े 5 बजे पहुंचेगी। इसके अलावा फरीदकोट से चंडीगढ़ के लिए रात 11 बजे ट्रेन चलेगी और 6 सितंबर की सुबह 5 बजे चंडीगढ़ पहुंचेगी। यह ट्रेन बठिंडा, बरनाला और अंबाला कैंट होते हुए आएगी। यह ट्रेन वापसी में रात साढ़े 10 बजे चंडीगढ़ से निकलेगी और अगले दिन सुबह 5:15 बजे पहुंचेगी। वहीं फाजिल्का से चंडीगढ़ के लिए रात 11 बजे ट्रेन चलेगी और 6 सितंबर की सुबह 6 बजे चंडीगढ़ पहुंचेगी। यह ट्रेन फिरोजपुर कैंट, मोगा, लुधियाना मोहाली होते हुए चंडीगढ़ पहुंचेगी। उसी दिन रात 11:30 ट्रेन चंडीगढ़ से निकलेगी और अगले दिन सुबह 4:30 फाजिल्का पहुंचेगी। जबकि भिवानी से रात 11 बजे ट्रेन निकलेगी और सुबह 6 :15 बजे चंडीगढ़ पहुंचेगी। इसके अलावा सिरसा से चंडीगढ़ के लिए रात 11 बजे ट्रेन रवाना होगी और अगले दिन 6 सितंबर की सुबह 6:40 पर पहुंचेगी। यह ट्रेन हिसार, संगरूर मोहाली होते हुए आएगी और वापसी में रात 11:45 बजे चंडीगढ़ से सिरसा के लिए रवाना होगी।#SHARE#COMMENT#AmbalaBreakingNews
जनता का विश्वाश है कि उन के काम तो विज ही करवा सकता है, ये दरबार फिर से शुरू होना चाहिए जिस से दरबार में आने वालों को हर सुविधा हो , अब तो उन्हे मजबूरन धूप में, बारिश में लाइन लगा कर घंटो खड़े रहना पड़ता है।