
गुजरात दंगों में भारत के प्रधानमंत्री को सुप्रीम कोर्ट ने क्लीन चिट देकर देश के 132 करोड़ लोगों को इंसाफ दिया क्योंकि मोदी देश के वर्तमान में प्रधानमंत्री हैं। उपरोक्त शब्द पत्रकारों से बातचीत करते हुए एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेश शांडिल्य ने कहे और जहां सुप्रीम कोर्ट के फैंसले का स्वागत किया वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बधाई दी। वीरेश शांडिल्य ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि 2002 के झूठे खुलासे कर सनसनी पैदा करने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही होनी चाहिए। शांडिल्य ने सुप्रीम कोर्ट के इस फैंसले का भी स्वागत किया । साथ ही शांडिल्य ने एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया की तरफ से देश के प्रधानमंत्री मोदी, गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिखा और कहा कि जहां मोदी राष्ट्रहित में 370 खत्म करने सहित कई कानून लेकर आए वैसे ही देश में फर्जी मुकदमें दर्ज करने वाले, फर्जी जांच करने वाले, अदालतों में अपने फायदे के लिए झूठे गवाह खड़े कर फर्जी चालान देने वाले अधिकारियों के खिलाफ भी संसद में कानून लेकर आएं क्योंकि फर्जी मुकदमें दर्ज कर फर्जी जांच करने वाले अधिकारी समाज के लिए, देश के लिए तो दीमक हैं ही बल्कि ऐसे अधिकारी संविधान व कानून के लिए भी बड़ा खतरा हैं।
वीरेश शांडिल्य ने कहा कि मोदी तो सुप्रीम कोर्ट तक लड़ गए लेकिन आम आदमी ऊपर फर्जी मुकदमें दर्ज होने पर जेल या अदालत की दहलीज पर दम तोड़ देता है। शांडिल्य ने मोदी व शाह को लिखे पत्र में कहा कि संसद में कानून लाएं कि जो भी पुलिस अधिकारी किसी निर्दोष पर फर्जी मुकदमा दर्ज कर, फर्जी जांच कर उसे जेल में डालेगा उसकी न केवल सरकारी सेवा बर्खास्त होगी बल्कि उसे उम्र कैद की सजा का कानून बने ताकि कोई बेगुनाह, निर्दोष न जेल जाए न उसकी छवि बेदाग हो। पुलिस अधिकारियों की भी मोदी लक्ष्मण रेखा तय करें ताकि कोई भी निर्दोष बेवजह ना फंसाया जा सकें ।