ABN : एसडीएम डा. वैशाली शर्मा ने क्षेत्र से गुजरने वाली प्रमुख नदी मारकण्डा नदी का दौरा किया और नदी में पानी के जल स्तर का जायजा लिया। फिलहाल नदी का पानी खतरे के निशान से नीचे बह रहा है। इस मौके पर उनके साथ तहसीलदार दिनेश ढिल्लों व सम्बंधित विभाग के अधिकारी भी मौजूद रहे। एसड़ीएम ने बारिश के मौसम को देखते हुए लोगों से अपील कि हैं कि वे वर्षा के दौरान तथा नदियों में पानी आने के समय नदियों के पास न जाएं और न ही नदी में प्रवेश करें और अपना जीवन संकट में न डाले। उन्होने कहा कि नदी किनारें के आस-पास के गांवों में चौकीदार के माध्यम से मुनादी करवाई गई है कि इस समय लोग नदियों के पास न जाएं। उन्होंने कहा कि क्षेत्र से गुजरने वाली अधिकतर नाले तथा नदियां हिमाचल प्रदेश के पर्वतीय क्षेत्रों से शुरू होकर यहां से निकलती हैं और पर्वतीय क्षेत्रों में बारिश होने पर उनमें पानी अचानक बढ जाता हैं। इसलिए पानी के दौरान नदियों में जाने से एहतियात बरते। उन्होंने ग्राम पंचायत जनप्रतिनिधियों से लोगों को इस बारें में जागरूक करने का आग्रह किया हैं। एसडीएम ने कहा कि प्रशासन द्वारा क्षेत्र से गुजरने वाली विभिन्न नदियों के पानी के बहाव पर नजर रखी जा रही हैं।
उन्होंने अधिकारियों को जरूरी दिशा निर्देश देकर बारिश के दौरान पानी की निकासी के उचित प्रबन्ध करने की हिदायत दी हैं ताकि लोगों को पानी के जमाव का सामना न करना पडे। एसडीएम द्वारा नारायणगढ शहर में साफ सफाई एवं पानी की निकासी के लिए नगरपालिका प्रशासन को आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए हैं वहीं पर गांवों में इस कार्य के लिए खण्ड़ विकास एवं पंचायत अधिकारी तथा ग्राम पंचायतों को जिम्मेवारी सौंपी गई हैं। उन्होंने कहा कि बारिश के मौसम को देखते हुए बिजली निगम के अधिकारी बिजली की उपलब्धता अनुसार बेहतर आपूर्ति करना सुनिश्चित करें ताकि लोगों को कम से कम बिजली की समस्या का सामना करना पडे। इसके अलावा बिजली एवं पानी से सम्बंधित शिकायतों को भी अधिकारी व कर्मचारी ध्यान से सुने और उनका निवारण कर लोगों को संतुष्ट करें।
एसडीएम डा. वैशाली शर्मा ने कहा कि ऐसे समय में जब कि कोविड-19 का खतरा बढ रहा है तो सावधानी व स्वच्छता रखना ओर अधिक जरूरी हो जाता है। मलेरिया, ड़ेंगू एवं जापानी बुखार जैसी बीमारियां पानी के जमाव गंदगी के कारण होती हैं। जिनसे से बचाव के लिए सावधानी बेहद आवश्यक हैं। इसलिए अपने घरों के आस पास पानी न खड़ा न होने दें। घर के सभी बरतनों, घड़ो, टंकियों, कूलरों तथा होदियों को सप्ताह में एक बार खाली करके साफ अवश्य करें ताकि मच्छर अन्ड़े न देने पाए।
घरों के आस पास जमा पानी में मिट्टी का तेल, ड़ीजल या जला हुआ काला तेल सप्ताह में एक बार जरूर ड़ालें। ताकि मच्छर का लारवा पैदा न हों। वाटर सप्लाई लिकेज होनें पर तुरन्त उसकी सूचना जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को देकर उसे ठीक करवाएं। उन्होनें कहा कि पंच, सरपंच, आंगनवाड़ी वर्कर,आशा वर्कर इस बारें में ग्रामीणों को जागरूक करें ताकि लोग बीमारियों से बच सकें। उन्होनें यह भी कहा कि बुखार होनें पर तुरन्त अपने नजदीकी अस्पताल या स्वास्थय केन्द्र से सम्पर्क कर इलाज करवाएं।#SHARE#COMMENT#AmbalaBreakingNews
जनता का विश्वाश है कि उन के काम तो विज ही करवा सकता है, ये दरबार फिर से शुरू होना चाहिए जिस से दरबार में आने वालों को हर सुविधा हो , अब तो उन्हे मजबूरन धूप में, बारिश में लाइन लगा कर घंटो खड़े रहना पड़ता है।