
ABN : सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के आह्वान पर जिला कमेटी अम्बाला द्वारा आशा वर्कर्स युनियन की हड़ताल के समर्थन,1983 पीटीआई की बहाली की मांग को लेकर व सरकार की वायदाखिलाफ़ी के विरोध मे एकजुटता दिवस के रूप मे उपायुक्त कार्यालय पर प्रदर्शन किया।प्रदर्शन की अध्यक्षता जिला प्रधान कमलजीत बख्तुआ व संचालन जिला सचिव महावीर पाईं ने किया।सर्व कर्मचारी संघ के प्रदेश महासचिव सतीश सेठी ने प्रमुख रूप से संबोधित करते हुए कहा कि राज्य की 20000 आशा वर्कर्स अपनी मांगो को लेकर 7 अगस्त से हड़ताल पर है।उन्होने भाजपा सरकार पर आरोप लगाया कि उसका रुख बेहद संवेदनहीन व गैर जिममेदाराना है। COVID-19 के संक्रमण के बचाव के आशा वर्कर्स दिन रात एक कर रही है। सरकार उन्हें जोखिम भत्ता तक नहीं दे रही। यही नहीं पहले से मिल रही प्रोत्शाहन राशियों में कटौती कर दी। आशा वर्कर्स के लिए न सुरक्षा उपकरण है और न सामाजिक सुरक्षा। संगठन नेताओं ने कहा कि सरकार कोरोना संक्रमण से कोई सबक नहीं ले रही। आज सरकारी स्वास्थ्य के ढांचे को मजबूत बनाने की आवश्यकता है। अधिक निवेश की जरूरत है, डाक्टरों समेत अन्य स्टाफ नियुक्त किया जाना चाहिए। बड़ी जरुरत है कि एन एच एम को स्थाई किया जाए और आशा वर्कर्स समेत तमाम केटेगरी को पक्का किया जाए।
सरकार कोरोना संकट को पूंजीपतियों के लिये अवसर मे बदलना चाहती है और उनके मुनाफे मे आने वाले सभी बाधाओं को आर्थिक सुधार के नाम पर लागू करना चाहती है।आशा वर्कर्स युनियन की जिला प्रधान अन्जू वर्मा ने कहा कि सरकार को शर्म आनी चाहिए कि 15 दिन से 20000 आशा सड़क पर है परन्तु ना मंत्री बात कर रहे हैं और न मुख्य मंत्री। सरकार इस महामारी से लडने के लिए कोराना योद्धा का खिताब देकर ढोंग कर रही है। एक नया पैसा नहीं बढ़ाया जा रहा। न कोई सुविधा दी जा रही। स्वास्थ्य मंत्री हजारों आशा वर्कर्स के सामने से चले जाते हैं। यह सरकार के गैर जिम्मेाराना व्यवहार को दर्शाता है। इसका जवाब दिया जाएगा। यूनियन ने अपनी हड़ताल 25 अगस्त तक बढ़ाने का फैसला किया है और 26 को विधान सभा स्तर के दौरान चंडीगढ घेराव होगा।इस मौके पर इंद्र सिंह बधाना,रामगोपाल सेवा राम चमनलाल मचल बिरपाल, देवराज,रविन्द्र शर्मा, राजपाल, रणजीत सिंह आदि ने भी प्रदर्शन को सम्बोधित किया ।#SHARE#COMMENT#AmbalaBreakingNews